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बुधवार, 27 मई 2020

Coronavirus: पिछले 24 घंटों में सामने आए 6387 नए मामले, 170 लोगों की हुई मौत आंकड़ा पहुँचा डेढ़ लाख के पार

देश में पिछले 24 घंटों में संक्रमित मरीजों के 6387 नए मामले सामने आए हैं. नए मामलों में आज लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि रिकवरी रेट 41.60% हैं. मार्च में रिकवरी रेट 7.1% था. यह धीरे धीरे ठीक हुआ है.


नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के मामलों में दिन पर दिन बढोत्तरी हो रही है. देश में पिछले 24 घंटों में संक्रमित मरीजों के 6387 नए मामले सामने आए हैं. नए मामलों में आज लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई है. पिछले 24 घंटों में 170 लोगों की मौत हुई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों को मुताबिक, अबतक 4387 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं, 64 हजार 426 लोग ठीक भी हुए हैं आंकड़ा पहुँचा 151767

 बाकी देशों के मुकाबले भारत की स्तिथि बेहतर- स्वास्थ्य मंत्रालय

मामले बढ़ते जा रहे है लेकिन केंद्र सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में हालात ठीक है और बाकी देशों के मुकाबले भारत की स्तिथि बेहतर है. मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक भारत में रिकवरी रेट यानी संक्रमण से ठीक होनेवालों की संख्या बढ़ती जा रही है. वहीं मृत्यु दर भी लगातार कम हो रही है. दुनिया के बाकी देशों से तुलना करने पर भारत में हालात ठीक है.

भारत में रिकवरी रेट 41.60%

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि रिकवरी रेट 41.60% हैं. मार्च में रिकवरी रेट 7.1% था. यह धीरे धीरे ठीक हुआ है. 2.87% मृत्यु दर है. यह दुनिया में बहुत कम है. फ्रांस में 19.9% है. भारत में प्रति लाख मृत्यु का आंकड़ा 0.3% है. भारत में प्रतिलाख कम मृत्युदर और मामलों की संख्या कम रखने में बड़ी भूमिका लॉक डाउन की रही. सोशल डिस्टेंसिंग को सोशल वैक्सीन की तरह इस्तेमाल करें. आईसीएमआर महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि 612 लैब्स में इस वक्त परीक्षण हो रहे हैं. बीते तीन महीने में टेस्ट क़ई गुना बढ़ाये गए हैं. साथ ही इसका दायरा भी बढ़ाया गया है.
हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन के इस्तेमाल में फिलहाल कोई नुकसान नहीं- ICMR

आईसीएमआर ने हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन को लेकर कहा कि कोविड एक नई बीमारी है. किसी को ठोस पता नहीं है कि इसका सटीक इलाज क्या है. बायलोजिकल पलॉजीबिलिटी के कारण औरहमने भी इन विट्रो टेस्ट किए थे. माना कि इसके एन्टी वायरल गुण हैं. एम्स और दिल्ली के तीन निजी अस्पताल में एक कंट्रोल्ड स्टडी की थी. यह काम कर सकती है और इसके कोई बड़े दुष्प्रभाव नहीं हैं. इसके इस्तेमाल में फिलहाल कोई नुकसान नहीं हैं. साथ ही सलाह दी है कि इस दवा के इस्तेमाल के दौरान ईसीजी करें. फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर को हम इसे देना जारी रखें.

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